हेलन का जन्म 1938 में बर्मा में एक एंग्लो-इंडियन पिता और बर्मी माँ के घर हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उनके पिता की मृत्यु हो गई, जिसके बाद उनका परिवार 1943 में भारत आ गया और मुंबई में बस गया। परिवार की आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने 13 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़ दी और परिवार की मदद करने के लिए कोरस डांसर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की।
हेलेन जी को फिल्मो में कक्कू ही ले कर आयी और हेलेन ने कैबरे को फिल्मो में एक अलग ही स्थान दिलाया १९३८ में एंग्लो इंडियन पिता और बर्मी माता के परिवार में जन्मी हेलेन जी ने अपने पिता को द्वितीय विश्व युद्ध में खो दिया . तब वह माँ के साथ मुंबई आ गई . कक्कु ने उन्हें कोरस डांसर का काम १९५१ में दिलवाया फिल्म थी शबिस्तां और आवारा.
सुन्दरता और मादकता की पर्याय थी 'हेलन जी'। उनकी खूबसूरती और नृत्य का खुमार सिनेप्रेमियों के जेहन में आज भी कायम है।
कितना गिनाऊ अनगिनत गानों पर उनके पॉपुलर डांस है। हेलेन के ज्यादातर गाने गीता दत्त और आशा भोंसले ने गाए हैं।उन्हें दो फ़िल्म फेयर पुरस्कार मिल चुका है। गुमनाम के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए नामित भी की गयी। २००९ में पद्म श्री से सम्मानित हेलेन जी 700 से ज़्यादा फ़ि्ल्में कर चुकीं हैं
Her dance was an essential ingredient for box-office success! But later she proved her acting prowess too in some supporting roles !
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