होली आई रे कन्हाई रंग छलके सुना दे अपनी बासुरीयां।
क्यो न हम होली में पूआ और पिड़किया ( बिहार में गुझिया को पिड़किया कहा जाता है) बनाएं। जब होली की टोली आएंगी मस्त पूआ और पिड़किया की गोली खाएगी। पिड़किया बनाना अत्यंत सरल है पति जन भी बना सकते है। कभी न कभी रोटी बनाई होगी, कभी न कभी सूजी हलवा भी बनाया होगा। पूर्ण विधि नीचे दे रखा है।
पिड़कियां बनाने की सरल विधि :
आवश्यक सामग्री -सूजी मावा पिड़किया।
मैदा - 250 ग्राम
घी - 1/4 कप
मावा - 125 ग्राम
सूजी - 1/3 कप
चीनी का बूरा - 150 ग्राम
बादाम - बारीक कटे हुए
काजू - बारीक कटे हुए
सूखा नारियल - 1/3 कप (कद्दूकस किया हुआ)
किशमिश - अंदाज से
इलायची- अंदाज से
काली मिर्च - 6-8 साबुत
घी या रिफाईंड - तलने के लिए
पिड़किया की पूरी :
गुजिया बनाने के लिए मैदा को 1/4 कप मोयन (घी) डाल कर अच्छी मिला कर 1/2 कप गुनगुने पानी से यानि कड़ा गूंधे । गुंधे मैदा को ढककर 20 से 25 मिनट सेट होने के लिए रख दीजिये।
स्टफिंग बनाने के लिए
पैन गरम कर लीजिये. इसमें 2 टेबल स्पून घी डाल दीजिये. घी पिघलने के बाद इसमें सूजी डाल दीजिये और इसे लगातार चलाते हुए गोल्डन ब्राउन होने तक मध्यम आंच पर भून लीजिये। भुनी हुई सूजी के ऊपर चीनी डाल दीजिये।
दूसरे पैन में काजू और बादाम डालिए और इनको लगातार चलाते हुए 1- 2 मिनट तक भून लीजिये इनको पैन से निकालकर भुने सूजी पर डाल दीजिये. कद्दूकस किया हुआ सूखा नारियल पैन में डालकर इसे लगातार चलाते हुए आधा मिनट तक भून लीजिये. फिर उसे भी सूजी पर डाल दीजिये।
मावा को तोड़कर एक पैन में डाल दीजिए. इसे लगातार चलाते हुए हल्का-सा कलर बदलने और अच्छी खुशबू आने तक मध्यम आंच पर भून लीजिये. भुने मावा और किशमिश को सूजी पर डाल दीजिये।
इलायची को छीलकर दरदरा पीसकर डाल दीजिये। काली मिर्च को साबुत डाले ।कूट कर भी डाल सकते है। सारी चीजों को अच्छी तरह से मिला लीजिये. स्टफिंग तैयार है।
मैदा के सैट होने पर इसको थोड़ा - सा मसल लीजिये. गुंधे मैदा को लंबे सिलिंडर का आकार दे दें। इससे छोटी-छोटी लोइयां तोड़कर तैयार कर लीजिये इन्हें पतले गीले कपड़े से ढककर रखें ताकि ये सूख न जाएं। एक लोई उठाइए और इसे मसलते हुए गोल कीजिए और बेल कर फिर इसे 3 - 4 इंच की व्यास पूरी बना डालिए।
पिड़किया स्टफिंग करने की विधि
पूरी को बीच से एक गड्ढा बनाते आधे में मोड़े। दो टी स्पून स्टफिंग गड्ढे मे डाल कर किनारे पर हल्का पानी लगा कर मेढ़ते हुए बंद कर दे। इसी तरह बना ले और एक बर्तन में पतले गीले कपड़े से ढक कर रख ले। आज कल बंद होने वाले सांचे भी मिलते है उसको प्रयोग मे ला कर डिजाइनदार पिड़किया बना सकते है।
तलने के लिए
कढ़ाही में घी गरम कर लीजिये। सने मैदे के छोटे टुकड़े डाल कर निश्चिंंत हो लें कि सही तला जा रहा है। आंच धीमी करके कढ़ाही में जितनी गुजिया आ जाएं उतनी तलने के लिए डाल दीजिये. जब यह नीचे की तरफ से थोड़ी - सी सिक जाये तब इसे पलट दीजिये. गुजिया को पलट - पलटकर कर गोल्डन ब्राउन होने तक तले फिर छनौंटे से कड़ही से बाहर निकाल ले। पिड़किया तैय्यार हो गई। शाायद बाहर होली के मस्तानों की भीड़ आ पहुंची है। पिड़किया से करें उनका स्वागत।
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